(ब्यूरो रिपोर्ट पंखिल वर्मा)
देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में से एक पीजीआई चंडीगढ़ (PGIMER) में रोजाना 10 हजार मरीज जांच व इलाज के लिए आते हैं। हालांकि मरीजों की बढ़ती भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए PGI का स्टाफ तो है, लेकिन कभी-कभार हालात बेकाबू हो जाते हैं।
इस बात को ध्यान में रखते हुए PGI में सोमवार को प्रोजेक्ट सारथी लांच किया गया है। प्रोजेक्ट सारथी का उद्देश्य संस्थान में मरीजों की बढ़ती भीड़ को व्यवस्थित करना है। इसके तहत संस्थान में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के 22 वालंटियर को तैनात किया गया है। PGI निदेशक प्रो. विवेक लाल और उप निदेशक प्रशासन (DDA) पंकज राय ने प्रोजेक्ट सारथी को लांच किया।
पीजीआई के उप निदेशक पंकज राय ने कहा कि PGI चंडीगढ़ उत्तर भारत का प्रमुख चिकित्सा संस्थान है। PGI में चंडीगढ़ सहित पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू -कश्मीर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड सहित दूसरे राज्यों के मरीज आते हैं। सबसे ज्यादा 42 प्रतिशत मरीज पंजाब के हैं।
OPD में वर्ष 2012 में 4 से 5 हजार मरीज आते थे, लेकिन अब संख्या दोगुनी हो गई है। बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रोजेक्ट सारथी शुरू किया गया है। इसके तहत सरकारी पालिटेक्निक कालेज सेक्टर-10 से 22 एनएसएस वालंटियर को तैनात किया गया है।
अभी शुरू के सात दिन तक ट्रायल फेज के तौर पर वालंटियर को तैनात किया गया था। इस ट्रायल की सफलता से प्रोजेक्ट सारथी की औपचारिक शुरुआत की है। इसमें निरंतर समर्थन और परियोजना व्यवहार्यता सुनिश्चित करने के लिए एक अच्छी तरह से संरचित रोस्टर के माध्यम से अपनी पहुंच और प्रभाव का विस्तार करने की योजना है।