(ब्यूरो रिपोर्ट पूनम)
3 राज्यो के चुनावी नतीजों में जहां BJP ने जीत का परचम लहाराया, तो वही हरियाणा में BJP की सहयोगी JJP का प्रदर्शन राजस्थान में शर्मनाक रहा है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जो उम्मीदें राजथान चुनाव को लेकर की थी वो टूटकर बिखकर चुकी हैं। राजस्थान में BJPके खिलाफ जाकर जिन 22 सीटों पर JJP ने अपने कार्यकर्ताओं को उतारा था उन्हें तो बुरी तरह से मुंह की खानी पड़ी है।
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बता दे कि JJP के प्रत्याषियों को तो 200 से भी नीचे वोट हासिल हुआ है। यानि के वे तो 1 हजार के आंकड़े तक पहुंचना तो दूर उसके आस पास भी नहीं पहुंच पाए हैं। सूरसागर, खंडेला, तारानगर, दांता रामगढ़, भरतपुर, कोटपूतली, सूरतगढ़ ये वो इलाके हैं जहां पर जेजेपी के प्रत्याषी 500 के आंकड़े को भी छू नहीं सके। हालांकि फतेहपुर में जेजेपी प्रत्याषी का प्रदर्शन काफी बेहतरीन रहा जिन्होने 4 के करीब वोट हासिल किए।
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कुल मिलाकर बात ये है कि चुनाव लड़ने को लेकर जेजेपी ने जिस सपने को संजोया था वो टूट चुका है और अब हकीकत सामने है। दुष्यत चौटाला की जेजेपी के लिए ये चुनाव किसी झटके से कम नहीं है। क्योकि अगले साल 2024 में हरियाणा में विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में जेजेपी पर सवाल खड़े होने लाजिमी है कि चुनाव को लेकर इनकी तैयारी कितनी है। क्या भाजपा के बगैर जेजेपी अपनी चुनावी जमीन पर खड़ी हो भी पाएगी या नहीं? सवाल तो ये भी है कि अपने कार्यकर्ताओं को जेजेपी कितना तैयार कर पाई है? क्योकि राजस्थान चुनाव ने तो आइना दिखा ही दिया कि इनसे तो ना हो पाएगा।