(ब्यूरो रिपोर्ट पूनम)
आजादी के 76 वर्षों के बाद भी मेडिकल व्यवस्था ऐसी है कि गर्भवती महिला की डिलीवरी मोबाइल की टार्च व दीया की रोशनी में की गई। हैरान कर देने वाला ये मामला हरियाणा के चरखी दादरी का है। जहां सिविल अस्पताल में बिजली व्यवस्था एक गर्भवती महिला के लिए परेशानी का सबब बन गई।
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बीती देर रात गांव अटेला की एक महिला की डिलीवरी के लिए परिजन सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। महिला की डिलीवरी के दौरान अचानक बिजली गायब हो गई और अस्पताल स्टाफ को मोबाइल और दीये की रोशनी से डिलीवरी करनी पड़ी। बिजली जाने के बाद अंधेरे में मोबाइल और दीये की मदद से चिकित्सक पर्रामर्श लिखते रहे।
महिला के परिजन सुंदरपाल ने बताया कि, ‘वे डिलीवरी के लिए सिविल अस्पताल में आए थे। देर रात को बिजली जाने के बाद डिलीवरी मोबाइल और दीयों की रोशनी में करनी पड़ी। अस्पताल में ना तो जरनेटर है और ना ही कोई विशेष सुविधाएं हैं’
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बड़ी बात तो ये है कि दादरी जिले का एकमात्र आधुनिक सिविल अस्पताल में प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंधों के दावे किए जाते हैं। तो वहीं इसके उलट यहां पर तो बिजली व्यवस्था की मरीजों के लिए मुसीबत बनी है। रात को मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली जाने के बाद जरनेटर या अन्य कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है।