(पंखिल वर्मा, ब्यूरो रिपोर्ट चंडीगढ़)
अरिहंत फाउंडेशन के संस्थापक स्वामी राजेश्वरानंद महाराज ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि, ‘ये पूरा विवाद हिंदू और सिक्खों का नहीं है। क्योंकि गुरसिक्खों की परंपरा ही सनातन की रक्षा करनी रही है’। स्वामी राजेश्वरानंद ने कहा कि, ‘कुछ शरारती तत्व ऐसे भी हैं जो कि हिंदू और सिक्खो के भाईचारे को तोड़ना चाहते हैं। कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले शरारती तत्वों द्वारा अंजाम दिया गया, जो कि निंदनीय है’।
स्वामी राजेश्वरानंद ने ये भी कहा कि, ‘मंदिरों मे वेद व शास्त्रों के माध्यम से संस्कति से जोड़ा जाता है। जबकि गुरूद्वारों में तो गुरूसाहिबान और पूरे देश के महापुरूषों की वाणी के जरिए लोगों को सनमार्ग दिखाने का काम किया जाता है। जो लोग इन दो धर्मों को लड़वाना चाहते हैं वे ही ऐसे घिनौने कृत्य को अंजाम देते हैं’।
बता दें कि 8 नवंबर को हिंदू सभा मंदिर पर एक प्रदर्शन के दौरान खालिस्तान समर्थकों द्वारा हिंदू- कनाडाई श्रद्धालुओं पर हमला किया गया था और खबरो के मुताबिक हमले में झंडे और डंडे का इस्तेमाल किया गया था।