(पंखिल वर्मा, चंडीगढ़ ब्यूरो रिपोर्ट)
दलित समाज के बीच से निकला एक ऐसा नेता जिसने गरीबी देखी, तंगहाली देखी और हरियाणा की बदलती हुई राजनीति को भी देखा। बदलते हुए परिवेश के साथ जब इस नेता के अपने हालात बदले तो फिर इन्होंने ठान ली कि अपने साथ ही दलित समाज के हालात को भी बदलेंगे।
बात कर रहे हैं भाजपा नेता सुदेश कटारिया की जिन्हें केंद्र में अहम जिम्मेदारी दी गई है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के वे चीफ मीडिया कॉर्डिनेटर रह चुके हैं और एक बार फिर से उन पर भरोस मनोहर लाल ने जताया है। भाजपा नेता सुदेश कटारिया पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने फिर से विश्वास जताते हुए ऊर्जा मंत्रालय में पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन की मीडिया एजेंसी के मीडिया एडवाइजर की जिम्मेदारी से नवाजा है। विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश भर में सुदेश कटारिया ने कई दलित महासम्मेलन भी किए थे।
स्कूल में कर्ल्क थे कटारिया के पिताजी
सुदेश कटारिया गुरूग्राम के सिंकदरपुर से हैं और इनके परिवार में 4 बहनें और 3 भाई है। जिनका पालन पोषण कटारिया के पिताजी ने कर्ल्क की नौकरी से किया। बता दें कि कटारिया जिस स्कूल में पढ़ते थे, इनके पिताजी उसी स्कूल में कर्ल्क का काम करते थे। आपको ये भी बता दें कि सुदेश कटारिया के पिताजी 4 भाई थे।
इलेक्ट्रिकल से की पॉलिटेक्निक की पढ़ाई
जैसा कि हमने आपको शुरूआत में ही बताया कि सुदेश काटारिया ने अपने हालातों से समझौता नहीं किया और कड़ी मेहनत कर इसे बदलने की भरपूर कोशिश भी की। कटारिया ने स्कूली शिक्षा के बाद इलेक्ट्रिकल से की पॉलिटेक्निक की पढ़ाई की। जो कि आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा की ही तरह है। ये सीख लेनी चाहिए कि हालात चाहे कैसे भी क्यों ना हो शिक्षा ग्रहण करना जिंदगी का बड़ा मकसद होना चाहिए।
कटारिया ने नीजि कंपनी में किया काम
सुदेश कटारिया ने कॉलेज की पढ़ाई के बाद मारूती कंपनी में अपरेंटिस किया और फिर टेरब्रोस कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर के तौर पर काम किया। फिर कंपनी की नौकरी को छोड़कर इन्होंने गुरूग्राम में एक होटल चलाया।
साल 2004 में लड़ा जिला परिषद का चुनाव
फिर इसके बाद कटारिया ने साल 2004 में जिला परिषद का चुनाव लड़ा। जिसे कि इनका राजनीतिक पदार्पण भी कह सकते हैं। हालांकि इन्हें कुछ खास सफलता हाथ नहीं लगी और इन्हे हार का मुंह देखना पड़ा था। कटारिया बेशक ये चुनाव हार गए लेकिन खुद उन्होंने हार नहीं मानी वे लगातार संघर्षरत रहे। फिर इसके बाद 5 साल तक इन्होंने स्वर्गीय वरिष्ठ कांग्रेस नेता राव धर्मपाल के PA के तौर पर भी काम किया। सोशल कामों में भी वे काफी एक्टिव रहे। SC/ST कांफेडरेशन के जिला अध्यक्ष भी वे रहे।
राजनीति में लगातार बढ़ता रहा कटारिया का कद
सुदेश कटारिया का राजनीति में कद लगातार बढ़ता रहा और वे बतौर राजनीकि विश्लेषक टीवी न्यूज चैनल की डिबेट का हिस्सा बनने लगे। फिर साल 2014 में भाजपा की सरकार के दौरान कटारिया की मुलाकात तत्कालीन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला से हुई। जिन्होंने पार्टी की
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कामकाज से प्रभावित हैं कटारिया
भाजपा नेता सुदेश कटारिया सीएम मनोहर लाल के काम काज से काफी प्रभावित हैं। उनकी माने तो मनोहर सरकार के राज के दौरान ही दलितो के हालात बदले हैं। बच्चों की शिक्षा में जहां बदलाव आया, तो वहीं दलित समाज के युवाओं को उनका मिला। कटारिया की माने तो हरियाणा में अब तक किसी भी नेता ने दलित समाज के बदलाव की ओर इतना काम नहीं किया, जितना इस मनोहर सरकार ने किया है।