(ब्यूरो रिपोर्ट पूनम)
अकसर आपने देखा होगा कि बिहार की महिलाएं कुछ खास अवसरों पर नाक से लेकर मांग तक लंबा सिंदूर भरती हैं। लेकिन ऐसा क्यों हैं? इस तरह के सवाल तो सबके मन में होता है लेकिन जवाब नहीं मिलता है। तो हम आपको इसका जवाब बताते हैं। छठ पर्व पर विशेषकर यह देखा जाता है कि बिहार की महिलाओं ने नाक से लेकर मांग तक लंबा सिंदूर भरती हैं।
अपने देश में सभी संस्कृतियों की अपनी मान्यताएं हैं और अपने रीति-रिवाज भी हैं। इन्हीं में से एक बिहार की महिलाओं का लंबा सिंदूर भरना है। दरअसल, इसके पीछे कुछ धार्मिक मान्यताएं हैं तो कुछ सांस्कृति परंपराएं भी हैं। धार्मिक मान्यताओं की अगर माने तो सिदूर सुहागिन महिला की निशानी होता है। नाक से मांग तक सिंदूर भरने का मतलब पति की लंबी उम्र की कामना करना है। ऐसी मान्यता है कि महिलाएं जितना लंबा सिंदूर लगाती हैं पति की आयु भी उतनी ही लंबी होती है।
कुछ संस्कृतियों में यह भी माना जाता है कि यदि नाक पर सिन्दूर गिर जाए तो यह पति के प्रेम की निशानी होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि विवाह के समय पति अपनी पत्नी की मांग में सिंदूर लगाता है। मान्यता है कि यदि सिन्दूर का कुछ हिस्सा पत्नी की नाक पर गिर जाता है तो इसे इस बात का संकेत माना जाता है कि वह उससे बहुत प्यार करता है।