(नाँगल चौधरी से कपिल शर्मा की रिपोर्ट)
सिरोही बहाली गांव की बेटी पूजा का घोड़ी पर बैठाकर बनवारा निकाला गया। उनके भाई छोटी बहन की शादी में शुक्रवार रात्रि के समय घोड़ी पर गाजे-बाजे के साथ बनवारा निकालकर समाज को बहन – बेटियों के सम्मान का संदेश दिया है। अब समाज में लड़का-लड़की में भेदभाव खत्म होता नजर आ रहा है। पहले शादी के दौरान केवल लड़कों को घोड़ी पर बैठाकर बनवारा निकाला जाता था। लेकिन, अब लड़कियों को भी इस परंपरा में शामिल करके उनका सम्मान बढ़ाया जा रहा है।
गांव में दूल्हे की तरह लड़की को घोड़ी पर सवार देखकर मोहल्ले में हर किसी ने प्रशंसा की। इस अनोखी परंपरा पर बेटी पूजा के पिता अजीत सिंह भी प्रसन्नता जाहिर करते हुए बेटियों की प्रगति को लेकर उन्हें उत्साह सहित आगे बढ़ने और देश और समाज की प्रत्येक परंपरा में अपना अधिकार प्राप्त करने का आह्वान किया।
पूजा के चाचा रिटायर्ड प्रिसिंपल विक्रम सिंह ने गौरवशाली भारत को जानकारी देते हुए बताया कि, पूजा के विवाह उपलक्ष्य बनवारा निकाला गया। जिसमें पूजा को बेटों के बराबर उन्हें सम्मान दिया गया। पूजा को घोड़ी पर दुल्हे जैसी परंपरा के साथ बनवारा निकाला गया। इससे देश व समाज में ये संदेश जाता है कि, बेटा-बेटी समान है तो फिर लड़का घोड़ी पर बैठता है तो लड़की क्यों नहीं। बेटी पूजा की अनोखी रस्म में विवाह में आए अतिथियों और ग्राम्य नागरिकों ने प्रशंसा की और बेटी पूजा को विवाह उपलक्ष्य उज्वल भविष्य की शुभकामनाएंँ दी।
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